Maximum 3 Attempt for MBBS in India, Right Move or Wrong Decision

 

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देश एक बार फिर एक सकारात्मक बदलाव की तरफ बढ़ रहा है, 2017 नीट की परीक्षा के अनुसार जो विद्यार्थी पहले 3 बार AIPMT/NEET की परीक्षा दे चुके हैं वो अब फिर से परीक्षा देने के पात्र नहीं होंगे,

विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को जरूर ऐसा लग सकता है की यह सही नहीं है, लेकिन यह निर्णय बहुत जरुरी था, थोड़ा देर से आया लेकिन आ गया, इंजीनियरिंग वाले विद्यार्थियों के लिए पहले से ही यह नियम लागु हैं की IIT के लिए बारहवीं से साथ 1 बार एवं बारहवीं के बाद 1 बार, IIT को छोड़कर अन्य संस्थाओं के लिए बारहवीं के बाद 2 बार की परीक्षा दी जा सकती है

इसकी जरुरत क्यों थी – कई विद्यार्थी अपने क्षमताओं, भारत में प्रवेश की संभावनाओं, भारत से बाहर मेडिकल में प्रवेश की संभावनाओं, अन्य क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों जैसे BDS, BAMS, BHMS, MBA, Nursing, Pharmacy एवं अन्य को जाने बिना साल पर साल ख़राब करते रहते है केवल यह सोचकर की इस बार हो जायेगा, इस बार हो जायेगा, यह सोच व्याहारिक नहीं है क्यों की भारत में सीटों की संख्या, प्रतिवर्ष प्रवेश परीक्षा देने वाले विद्यार्थों की संख्या से काफी कम है, प्राइवेट कॉलेज की फीस काफी अधिक है, कई विद्यार्थियों के पास फीस जितना पैसा नहीं होने के बाद भी दूसरों की देखा-देखि वो भी अपना साल ख़राब कर रहे हैं

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अब क्या करें यदि आप इस वर्ष होने वाली परीक्षा के लिए एलिजिबल है तो – यदि आप एलिजिबल है तो पूरी मेहनत एवं लगन के साथ परीक्षा की तयारी करें रिजल्ट का इन्तजार करें यदि भारत में प्रवेश मिल जाता है तो अच्छा है यदि नहीं मिलता है भारत से बाहर किसी अच्छे कॉलेज/यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेकर अपने डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करें, क्योंकि अभी नए नियमों के अनुसार (सभी मुख्य समाचार पत्रों में प्रकाशित,अंतिम निर्णय आना बाकि ) जो विद्यार्थी भारत में MBBS करेंगे उनको भी नेक्स्ट की परीक्षा देनी होगी

अब क्या करें यदि आप इस वर्ष होने वाली परीक्षा के लिए एलिजिबल नहीं है तो – भारत से बाहर जाकर मेडिकल की पढाई कर सकते हैं, जो की काफी कम खर्चे में संभव हैं, यदि भारत से बाहर नहीं जाना चाहते हैं तो अन्य कोर्स के बारे में पूरी जानकारी निकालकर अच्छे कोर्स एवं अच्छे कॉलेज में प्रवेश लें, ताकि आपका समय एवं पैसा (जो हर साल कोचिंग की फीस एवं अन्य शहर में जाकर रहने एवं खाने में लग जाता है लेकिन प्रवेश नहीं होने की दशा में 2/3/4/5/6 वर्ष के बाद भी आप मात्रा बारहवीं पास ही कहलाते हैं )

जरुरी सुचना – ऐसे लोगों के बहकावे में ना आएं जो आपको इस नियम के खिलाफ प्रोटेस्ट करने या सरकारी संपत्ति को नष्ट करने या राजकार्य में बाधा पहुचने के लिए उत्साहित करते हैं, कई विद्वान एवं उच्च शिक्षा से जुड़े हुए लोगों के साथ लंबे विचार विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया हैं.

अब समय है सही सोच के साथ सही दिशा में बढ़ने का अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट www.mbbsneet.com पर विजिट करें एवं सभी मेडिकल से जुड़ें लोगों (मेडिकल में अध्ययनरत विद्यार्थी, मेडिकल की प्रवेश परीक्षा देने वाले विद्यार्थी, भारत से बाहर पढ़ रहे विद्यार्थी, डॉक्टर्स, नर्सिंग एवं अन्य सभी) के साथ शेयर करें

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